शुक्रवार, 01 दिसम्बर 2017 18:53
गीता ग्रन्थ :- वामपंथी दुर्भावना और हिन्दू अज्ञानता
श्रीमद्भागवद्गीता (Bhagvad Gita) सनातन धर्म का कालजयी ग्रन्थ है इस तथ्य को कोई नहीं नकार सकता है। इसे ग्रंथ को ग्रन्थ शिरोमणि कहा गया है, अर्थात यह इस जगत के सभी ग्रन्थों में से सर्वाधिक पूज्य और प्रतिष्ठित ग्रंथ है.
Published in
आलेख
शुक्रवार, 01 दिसम्बर 2017 11:50
वर्तमान राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में भगवदगीता की उपयोगिता
आज की स्थिति में भारत सहित समूची दुनिया में कई चुनौतियाँ सामने खड़ी हैं, चाहे वह इस्लामिक आतंकवाद हो, बेरोजगारी हो या आर्थिक गतिविधियाँ हों....
Published in
आलेख
सोमवार, 20 नवम्बर 2017 07:56
श्रील प्रभुपाद, भगवद्गीता और इस्कॉन की संघर्षमयी यात्रा
Journey of Srila Prabhupada, ISKCON and Bhagvad Gita
श्रील प्रभुपाद (Srila Prabhupada) पिछली शताब्दी के उन मुट्ठी भर आध्यात्मिक संतों में से एक हैं, जिनका जीवन और कर्तृत्व आगे आने वाले युगों-युगों तक युवाओं को प्रेरणा देता रहेगा।
Published in
आलेख