सोमवार, 02 अक्टूबर 2017 12:15
पश्चिमी लेखकों द्वारा जातिप्रथा और ब्राह्मणों पर हमला क्यों?
पश्चिमी विचारक मारिया विर्थ का यह लेख भारत के कई क्षेत्रों में पसंद और कई में नापसंद किया जाएगा, क्योंकि इसमें उन्होंने भारत की जाति-व्यवस्था को तोड़ने तथा ब्राह्मणों पर आए दिन होने वाले वैचारिक हमलों की पूरी पोल खोल दी है.
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मंगलवार, 31 जनवरी 2017 20:24
1 फरवरी 1948 को हुआ ब्राह्मणों का सबसे बड़ा कत्लेआम…
वह 1 फरवरी 1948 का दिन था. गांधी का वध हुए दो ही दिन हुए थे. हवाओं में कुछ बेचैनी और माहौल में कुछ उदासी थी. सुबह स्कूल जाते समय कुछ ब्राह्मण बच्चों ने गलियों के कोने में खड़े कुछ लोगों कानाफूसियाँ सुनी थीं
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