मंगलवार, 14 मार्च 2017 12:39
ईवीएम मशीन विवाद : षड्यंत्र, खीझ या मूर्खता?
किसी भी देश में लोकतंत्र एक मंदिर के समान होता है। मतदाता जिसके पुजारी होते हैं। चुनाव जिसकी पूजा पद्धति होती है। जनप्रतिनिधि जिसमें ईश्वर के समान होता है। चुनाव का परिणाम जिसमें प्रसाद स्वरूप होता है।
Published in
आलेख